थकान, चिड़चिड़ापन और छोटी-छोटी बातों पर गुस्सा आना- ये सब खराब नींद के प्रभाव
गुड स्लीप हाइजीन यानी अच्छी नींद की आदतें अपनाना कोई बड़ी बात नहीं, बल्कि एक छोटी सी कोशिश
डिजिटल डेस्क न्यूज़। आज की तेज रफ्तार आपाधापी भरी जिंदगी में हम सब अपने दीगर कार्यों में इतने उलझे रहते हैं कि अपनी सेहत को लेकर लापरवाह होते हैं, ध्यान ही नहीं देते हैं। सबसे जरूरी होता है अच्छी नींद, ठीक से सोना जैसे भूल ही जाते हैं। लेकिन क्या आपने कभी सोचा कि अगर नींद पूरी न हो तो अगला दिन कितना मुश्किल हो जाता है?
थकान, चिड़चिड़ापन और छोटी-छोटी बातों पर गुस्सा आना- ये सब खराब नींद के प्रभाव होते हैं,साइड इफेक्ट्स होते हैं। यहां हम जानें कि अच्छी नींद न सिर्फ शरीर को आराम देती है, बल्कि दिमाग को तरोताजा रखती है और पूरे दिन की ऊर्जा देती है।
जब हम अच्छी नींद लेते हैं, तो मन शांत रहता है, काम में मन लगता है और रिश्ते भी मीठे बनते हैं। गुड स्लीप हाइजीन यानी अच्छी नींद की आदतें अपनाना कोई बड़ी बात नहीं, बल्कि एक छोटी सी कोशिश है जो जिंदगी को खुशहाल बना सकती है।
गुड स्लीप हाइजीन का मतलब है ऐसी आदतें जो नींद को अच्छी और गहरी बनाती हैं। आजकल काम का प्रेशर, फोन की लत और अनियमित रूटीन की वजह से हमारी नींद प्रभावित होती है। लेकिन रिसर्च बताती है कि अच्छी नींद न लेने से तनाव बढ़ता है, इम्यून सिस्टम कमजोर होता है और यहां तक कि दिल की बीमारियां भी हो सकती हैं। वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन के अनुसार, रोजाना 7-8 घंटे की अच्छी नींद से स्वास्थ्य बेहतर होता है और जीवन की गुणवत्ता बढ़ती है।
जब हम अच्छी नींद की आदतें अपनाते हैं, तो शरीर और दिमाग दोनों मजबूत रहते हैं। यह हमें याद दिलाता है कि नींद सिर्फ आराम नहीं, बल्कि सेहत की बुनियाद है। गुड स्लीप हाइजीन से हम अपनी जरूरतों को समझते हैं और उन्हें पूरा करते हैं, जिससे जीवन में संतुलन आता है।
गुड स्लीप हाइजीन हमें सिखाती है कि नींद को प्राथमिकता दें। जब हम थके होते हैं, तो छोटी-छोटी चीजें जैसे समय पर सोना या स्क्रीन बंद करना, हमें नई ताकत देती हैं। यह आदत जिंदगी को आसान और खुशहाल बनाती है।
अच्छी नींद यानी गुड स्लीप हाइजीन के इतने फायदे हैं कि इसे अपनाने के बाद आप खुद में सकारात्मक बदलाव महसूस करेंगे। यह छोटी आदत आपकी सेहत, मूड और कामकाज को मजबूत बनाती है।













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